गणेश दत्त पाण्डे,वरिष्ट पत्रकार,चंपावत।
लोहाघाट(चंपावत)- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस माह के द्वितीय सप्ताह के मध्य अद्वैत आश्रम मायावती के प्रवास को लेकर पूरा प्रशासनी अमला तैयारी में जुटा हुआ है। आइटीबीपी बटालियन से लेकर मायावती आश्रम तक 16 किलोमीटर लंबे सड़क मार्ग का कायाकल्प किया जा रहा है। सोमवार को सुबह सेना के हेलीकॉप्टर द्वारा जीआईसी मैदान व स्टेडियम में लैंडिंग करने के साथ पूरे क्षेत्र की रैकी भी की गई। खुफिया तंत्र की कई टीमें बाहरी लोगों के चरित्र सत्यापन में डटी हुई हैं। जिलाधिकारी नवनीत पांडे अधिकारियों के दल के साथ यहां लगातार व्यवस्थाओं की निगरानी में लगे हुए हैं। डीआईजी कुमाऊं यहां पहुंच तैयारियों का जायजा लेने वाले हैं।
पीएम मोदी के संभावित दौरे को लेकर लोगों में भारी उत्साह है। जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय के अनुसार पीएम के आगमन पर महिलाओं को आरक्षण देने के लिए पूरे जिले की 1000 से अधिक महिला जन प्रतिनिधियों द्वारा पीएम के प्रति धन्यवाद एवं आधुनिक भारत के निर्माता का पहली बार यहां आगमन पर उनका भावपूर्ण स्वागत करने का निर्णय लिया है।
लोहाघाट: क्यों कहा जाता है मायावती आश्रम को धरती का स्वर्ग?
सघन वनों के बीच लोहाघाट से 9 किलोमीटर दूर अद्वैत आश्रम मायावती उस समय अस्तित्व में आया, जब 3 जनवरी 1901 को स्वामी विवेकानंद जी के इस स्थान में चरण पड़े थे तथा एक पखवाड़े तक उन्होंने यहां प्रवास कर दुनिया को अध्यात्म एवं वेदांत का संदेश देते हुए यहां से मानव सेवा की अवधारणा प्रवाहित की थी। तब से यह स्थान आध्यात्मिक शक्ति का केंद्र बन गया। यहां चिकित्सा सेवा की ऐसी मिसाल कायम की गई है कि आश्रम के धर्मार्थ चिकित्सालय के द्वारा दुर्गम क्षेत्र के रोगियों को अपने साधनों से रोज चिकित्सालय लाकर निःशुल्क उपचार के बाद उन्हें गंतव्य तक पहुंचाया जाता है। वर्ष भर यहां विशेषज्ञ डॉक्टरों के समय-समय पर विशेष शिविर आयोजित कर हजारों लोगों को नया जीवन एवं नेत्र ऑपरेशन के जरिए उनके जीवन का अंधकार दूर किया जा रहा है।
यहां वर्ष भर में ग्रामीण क्षेत्रों में भी चिकित्सा शिविर लगाने के साथ शीतकाल में गरीबों को वस्त्र भी वितरित किए जाते हैं। आश्रम के अध्यक्ष स्वामी सुध्दिदानंद जी महाराज के नेतृत्व में यहां पर्यावरण संरक्षण की ऐसी मिसाल कायम की गई है, कि यहां के सघन जंगलों के कारण मायावती का एक शताब्दी में भी तापमान में कोई बदलाव नहीं आया है। दुनिया में आध्यात्मिक शांति की इच्छा रखने वालों के लिए यह ऐसा अलौकिक केंद्र है, जहां दैवीय शक्तियों से सीधा साक्षात्कार होने लगता है। इस आश्रम में स्वयं सीएम पुष्कर धामी प्रवास कर चुके हैं तथा उन्हीं के विशेष आमंत्रण पर पीएम मोदी यहां प्रवास करने आ रहे हैं।