प्रकृति की मार का जख्म गहरा, प्रभावितों व पीड़ितों की प्रशासन द्वारा की जाएगी हरसंभव सहायता- जिलाधिकारी
लोहाघाट(चंपावत) – जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने आपदाग्रस्त पंचेश्वर क्षेत्र का पैदल भ्रमण कर यहां हुए नुकसान का जायजा लिया तथा प्रभावितों को खाद्यान्न के साथ नगद राशि मौके में वितरित की।
दुर्गम रास्तों को पार करते हुए जिलाधिकारी पंथ्यूडा, लुपड़ा और वलचौड़ा आदि स्थानों में गए, जहां ग्रामीणों ने उन्हें आपबीती बताई। जिलाधिकारी ने देखा कि यहां भी प्रकृति ने भूगोल बदल दिया है। यहां काफी उपजाऊ भूमि नदी नालों के उफान के साथ बह गई है, जिससे लोग भविष्य की चिंता करने लगे हैं। कई घरों में तेज पानी के बहाव से काफी नुकसान पहुंचा है, किंतु अभी भी किमतोली से पंचेश्वर तक कई स्थानों में सीमा से जोड़ने वाली सड़क काफी क्षतिग्रस्त हुई है। मंगलवार को सड़क लुपडा तक सामान्य यातायात के लिए खोल दी गई है।
जिलाधिकारी एसएसबी कैंप में भी गए जहां उन्होंने जवानों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं भी पूछी।
भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी ने आपदा मद से सात व्यक्तियों को पांच-पांच हजार, लक्ष्मी देवी पत्नी मोहन सिंह के मकान को हुई भारी क्षति को देखते हुए एक लाख पांच हजार का चेक दिया। आपदा के दौरान यहां एक गाड़ी व बाइक भी चपेट में आए हैं। खेतों में खड़ी फसल मलवे के साथ बह गई है। जिलाधिकारी के अनुसार पीड़ित एवं प्रभावित लोगों के पीछे जिला प्रशासन खड़ा है। उन्होंने कहा आपदा ने लोगों को कभी न भूलने वाला जख्म दिया है। पहले रोड, पेयजल, विद्युत आदि जरूरी सुविधाओं को बहाल किया जा रहा है।
उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को बचाव व राहत कार्यों के अलावा सभी जरूरी सुविधाओं को बहाल करने का निर्देश भी दिया। जिलाधिकारी के पूरे भ्रमण में वीडीओ अशोक अधिकारी सहित अन्य राजस्व टीम साथ में रही।