प्रज्ज्वल महाविद्यालय की ऐसी धरोहर हैं जो स्वामीजी के आदर्शों से आत्मसात कर न्यायिक प्रक्रिया की बढ़ाएंगे गरिमा – प्राचार्या।
लोहाघाट(चंपावत)- स्वामी विवेकानन्द राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, लोहाघाट के पुरातन छात्र प्रज्ज्वल अग्रवाल के सिविल जज बनने के बाद महाविद्यालय पहुँचने पर उनका भावपूर्ण स्वागत किया गया। महाविद्यालय के टॉपर एवं स्थानीय विवेकानंद विद्या मंदिर इंटर कॉलेज से अपनी शिक्षा शुरू करने वाले प्रज्जवल ने महाविद्यालय की माटी का तिलक लगाने के साथ अपने गुरुजनों के प्रति जो सम्मान एवं कृतज्ञता का भाव प्रदर्शित कर उनके चरण स्पर्श करते हुए जो आशीर्वाद प्राप्त किया, उसे महाविद्यालय परिवार को जहां गौरव की अनुभूति हुई, वहीं उन्होंने महाविद्यालय के छात्र छात्राओं को यह प्रेरणा भी दी कि जीवन क्षेत्र में चाहे हम किसी भी मुकाम में पहुंचें, गुरुजनों के प्रति हमारी श्रद्धा व सम्मान की भावना मन से बनी रहनी चाहिए।
प्राचार्य डॉ. संगीता गुप्ता ने समारोह की अध्यक्षता करते हुए प्रज्जवल को एक मां की तरह प्यार व दुलार देते हुए कहा कि वे इस महाविद्यालय की ऐसी धरोहर हैं, जो महाविद्यालय के नाम के अनुरूप जीवन पर्यंत स्वामीजी के आदर्शों, संस्कारों व विचारों से आत्मसात कर न्यायिक प्रक्रिया की गरिमा बढ़ाएंगे।
उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा में 26वां स्थान प्राप्त करने वाले प्रज्जवल अग्रवाल ने महाविद्यालय परिवार का दिल की गहराइयों से आभार प्रदर्शित करते हुए कहा कि वे जिस मुकाम पर पहुंचे हैं, उसके लिए मैं अपने गुरुजनों की सहृदयता एवं महाविद्यालय के महान आदर्शों व परंपराओं को कभी नहीं भूल सकता। उन्होंने युवाओं से कहा कि वे
समय का मूल्य समझते हुए
जीवन के जिस क्षेत्र में भी प्रवेश करेंगे, उसके साथ महाविद्यालय के नाम को आलोकित करने का पूरा प्रयास करना चाहिए।
प्रज्जवल ने महाविद्यालय के डॉ. प्रकाश लखेड़ा,डा कमलेश शक्टा,डा दिनेश राम,डॉ.रुचिर जोशी,डॉ. अर्चना त्रिपाठी, डॉ. महेश कुमार त्रिपाठी, डॉ.भगत लोहिया,डॉ.मीनाक्षी जोशी, डॉ. लता कैड़ा,डॉ.सुमन पाण्डे एवं रमेश चंद्र भट्ट आदि का भी आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर प्रज्जवल के गुरु एवं मार्गदर्शक,वर्तमान में जीआईसी चमदेवल के शिक्षक भगवान जोशी, मालविका पंत एवं अनेक विद्यार्थी मौजूद थेl