खटीमा(उत्तराखंड)- खटीमा क्षेत्र के प्रतिष्ठित विद्यालय डायनेस्टी मॉडर्न गुरुकुल एकेडमी छिनकी फार्म ने सराहनीय पहल करते हुए विद्यालय प्रांगण में विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस मनाए जाने की शुरुवात की। इस कार्यक्रम में स्कूल प्रबंधन के द्वारा सीमांत क्षेत्र के वरिष्ट बुजुर्ग जनों को आमंत्रित कर उनको सम्मानित कर उनका आशीर्वाद लिया गया।
विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस कार्यक्रम के आयोजन में वरिष्ठ नागरिकों के सम्मान हेतु अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ क्षेत्र के समस्त वरिष्ठ जनों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
डायनेस्टी प्रांगण में वृद्धजनों के चरण पड़ते ही संपूर्ण प्रांगण हर्षोल्लास से भर गया। वरिष्ठ जनों हेतु अनेक प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया जिसमें गीत गायन,झोड़ा चाँचरी, फाग, खेल, व अनेक मनोरंजक प्रतियोगिताएं आयोजित हुई, इसमें संपूर्ण वृद्धजनों ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया। विद्यालय के प्रबंध निदेशक धीरेंद्र चंद्र भट्ट द्वारा उपस्थित सभी बुजुर्ग जनों के चरणों को धोकर उन्हें श्रीरामचरितमानस, श्रीमद्भगवद्गीता उपहार स्वरूप भेंट की गई, उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम हमारे बुजुर्गों द्वारा किए गए जीवन भर के संघर्ष के लिए उन्हें सम्मान प्रदान करने के लिए है साथ ही उन्होंने बताया कि वृद्धजन वृक्ष की जड़ की भांति होते हैं, कोई भी वृक्ष तभी सकुशल खड़ा रहेगा जब उसकी जड़ें मजबूत होंगी।
उसी प्रकार किसी भी परिवार को मजबूत बनाने में वृद्ध जनों का विशेष योगदान होता है। उनका आशीर्वाद सदैव संजीवन की भांति कार्य करता है। उन्होंने सभी वृद्धों से कामना की कि उनका आशीर्वाद सदैव बना रहे। इस पावन पर्व पर सभी वरिष्ठ महिलाओं द्वारा विद्यालय प्रांगण में सुंदर खेल गायन किया गया।
वरिष्ठ नागरिक दिवस के इस उपलक्ष्य पर विद्यालय में अनेक रंगारंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए, जिसमें विद्यार्थियों द्वारा स्वागत गीत, व भाव विभोर करने वाला नाटक प्रस्तुत किया गया। नाटक देख कर उपस्थित वरिष्ठ जन अपने आंसू नहीं रोक पाए उन्होंने विद्यार्थियों को उपहार स्वरूप अपना आशीर्वाद प्रदान किया। मंच का संचालन श्रीमती ऊषा भट्ट व श्रीमती हेमा भट्ट द्वारा किया गया।
इस अवसर पर विद्यालय की डायरेक्टर श्रीमती प्रेमा भट्ट ने कहा कि बुजुर्गों का मार्गदर्शन जीवन में निरंतर आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि वे लोग किस्मतवाले होते हैं जिनके सिर पर बुजुर्गों का हाथ होता है” कुछ ऐसा ही कहा जाता है हमारे समाज में बुजुर्गों के सम्मान के लिए और ऐसा ही बहुत सा साहित्य भी मौजूद है। सत्संग, सामाजिक कार्यक्रमों आदि में भी कुछ इसी तरह के उपदेश श्रोताओं को सुनाये जाते हैं। लेकिन फिर भी समाज की वास्तविक स्थिति बहुत ज्यादा सकारात्मक नहीं है।अतः हमें हमेशा अपने बुजुर्गों का सम्मान करना चाहिए।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य चंद्रकांत पनेरू, प्रशासनिक अधिकारी मनीष चंद, एकेडमिक डायरेक्टर विक्टर आईवन, श्रीमती गायत्री भट्ट, हरीश भट्ट,श्रीमती प्रभा जोशी, श्रीमती ऊषा चौसाली, श्रीमती शिल्पा सक्सेना, श्रीमती दीपा डसीला,श्रीमती सुरेश ओली, दिगंबर भट्ट, विक्रम नाथ, मनीष ठाकुर, रमेश जोशी, भरत बिष्ट, अशोक जोशी, केशव जोशी, चामु दानू, राहुल कुमार, नरसिंह कुंवर, दया किशन नैलवाल, कमल इकराल, व विद्यालय परिवार के समस्त शिक्षकों ने वरिष्ठ जनों से आशीर्वाद प्रदान किया।