खटीमा में बाल अभिव्यक्ति कार्यशाला के दूसरे दिन बच्चों ने सीखी निबंध लेखन की बारीकियां,कवियों के चुनाव के लिए लिए हुआ साक्षात्कार,10 मिनट में बच्चों ने प्रस्तुत किया नाटक

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प्रतिभा संवर्धन का स्रोत है अभिव्यक्ति कार्यशाला,,डी एस राजपूत

खटीमा(ऊधमसिंहनगर) – अल्मोड़ा से प्रकाशित बच्चों की पत्रिका बालप्रहरी, भारत ज्ञान विज्ञान समिति ऊधम सिंह नगर तथा उत्तराखंड बाल कल्याण एवं साहित्य संस्थान खटीमा के संयुक्त तत्वावधान में राणा प्रताप इंटर कालेज खटीमा में आयोजित पांच दिवसीय बाल अभिव्यक्ति कार्यशाला के दूसरे दिन बच्चों ने बाल कवि सम्मेलन, नुक्कड़ नाटक, लोकनृत्य, समूह गीत, झोड़ा दीवार अखबार व हस्तलिखित पत्रिका आदि समूहों में कार्य किया।

दूसरे दिन जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक डी एस राजपूत और खंड शिक्षा अधिकारी खटीमा तरुण कुमार पंत ने बी आर सी समन्वयक करुणेश सिंह,वरिष्ठ समन्वयक सुदर्शन गहतोड़ी सहित की शिरकत।मुख्य शिक्षा अधिकारी डी एस राजपूत ने कार्यशाला में प्रतिभाग करा रहे विद्यालयों और अभिभावकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “हर शिक्षक तथा शिक्षालय का परम कर्तव्य है कि शिक्षार्थी को अनेक कौशलों से परिचित कराएं जिससे छात्र के अंतर्निहित गुण उभर सकें। सही मायने में हम सबका कर्तव्य भी यही है।
खंड शिक्षा अधिकारी तरुण कुमार पंत ने प्रतिभागी छात्रों द्वारा दिए जा रहे इनपुट से संतोष व्यक्त करते हुए उदय किरौला,महेंद्र प्रताप पांडे ,नरेंद्र रौतेला तथा सभी उपस्थित शिक्षक शिक्षिकाओं का आभार व्यक्त किया।

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बाल कवि सम्मेलन के लिए अधिक कवि होने के कारण कवियों के चुनाव के लिए आयोजकों ने साक्षात्कार लिया। साक्षात्कार के तहत बच्चों को स्वयं गीत गाकर नृत्य करना था। इस आधार पर कवियों का चुनाव चुनाव किया गया। कवि सम्मेलन के लिए संचालकों का चुनाव प्रस्तुति के आधार पर खुले मतदान द्वारा कराया गया।नुक्कड़ नाटक के लिए इच्छृक बच्चों को 10 मिनट के अंदर स्वयं नाटक प्रस्तुत करने को कहा गया। नाटक के लिए निदेशक पद के उम्मीदवार को कहा गया कि 10 मिनट के अंदर ऐसा नाटक तैयार किया जाना है जिसमें सभी को कुछ न कुछ रोल मिले। बच्चों ने अपने मन से प्रस्तुति दी। बाद में बच्चों ने ‘कुदरत का विज्ञान’ नाटक की रिहर्सल संदर्भ व्यक्तियों की देखरेख में की। इच्छुक बच्चों को कुमाउनी झोड़ा, समूह नृत्य, समूह गीत तथा दीवार अखबार समूह में कार्य करने को कहा गया।

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आज प्रारंभ में कार्यशाला की शुरूआत ‘किताबें करती हैं बातें’ समूह गीत से हुई। बच्चों का अध्यक्ष मंडल बनाया गया। बाल अध्यक्ष मंडल में आज .मन्नत कुरैशी कक्षा 8,हार्दिक गहतोड़ी कक्षा 4 ,हैदर अली कक्षा 8, खुशी कक्षा 6 को शामिल किया गया। आज बच्चां की कई प्रतियोगिताएं कराई। ‘अपने घर के किचन में उपलब्ध सामान की सूची तैयार करो’ प्रतियोगिता में दीपांशु प्रथम रहे। प्रतियोगिता में अव्वल रहे सभी बच्चों को पुरस्कार में बालसाहित्य दिया गया। अपनी हस्तलिखित पुस्तक के लिए बच्चों ने मेरा परिचय, मेरे जीवन की घटना, चुटकुले, पहेलियां तथा कविताएं तैयार की। आज बच्चों ने निबंध लेखन की बारीकियां सीखी। कार्यशाला के मुख्य संयोजक बालप्रहरी के संपादक तथा बालसाहित्य संस्थान अल्मोड़ा के सचिव उदय किरौला ने कहा कि निबंध साहित्य की वह विधा है जिसके लिखने में कोई बंधन नहीं होता है। उन्होंने कहा कि नि का आशय नहीं तथा बंध का आशय बंधन से है। उन्होंने पैन पर निबंध के बारे में बताया कि पैन पर कुछ ही लाइन में निबंध लिखा जा सकता है और पैन पर एक बड़ा ग्रंथ भी तैयार किया जा सकता है। पैन पर निबंध के बारे में उन्होंने पैन की पृष्ठ भूमि, आकार प्रकार, भाग,लाभ हानि यानी उपयोगिता और उपसंहार की जानकारी दी।

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कार्यशाला में अलग-अलग समूह में उदय किरौला, डॉ. महेंद्रप्रताप पांडे ‘नंद’, नरेंद्र रौतेला, त्रिलोचन जोशी आदि ने बतौर संदर्भदाता भूमिका निभाई। ‘तोता कहता है’, ‘जैसा मैं कहूं’ तथा ‘कितना बड़ा पहाड़’, पिज्जा हट आदि खेलों में बच्चों ने मस्ती ली। इस अवसर पर गीताराम बंसल,राम रतन यादव,सुमन लता,सिमरन कौर,बी आर सी समन्वयक करुणेश सिंह, एस सी गहतोड़ी,मनीषा मिश्र,रेखा टम्टा,सुनीता मौर्य,दीपशिखा शाही आदि उपस्थित थे। खटीमा फाइबर्स लि. के सीएमडी डॉ. आर सी रस्तोगी जी के सौजन्य से सभी बच्चों को जलपान कराया गया। प्रांरभ में भारत ज्ञान विज्ञान समिति उधमसिंहनगर के जिला सचिव नरेंद्र रौतेला ने सभी का स्वागत किया। अंत में बाल कल्याण साहित्य संस्थान खटीमा के अध्यक्ष डॉ. महेंद्रप्रताप पांडे ‘नंद’ ने सभी का आभार व्यक्त किया।

कार्यशाला के स्थानीय संयोजक त्रिलोचन जोशी ने हस्तलिखित पत्रिका ‘टनकपुर दर्पण’ के लिए बच्चों से अपनी रचनाएं जमा करने का आह्वान किया। कार्यशाला का समापन 5 जनवरी को खटीमा फाइबर्स में समारोह पूर्वक होगा।

Deepak Fulera

देवभूमि उत्तराखण्ड में आप विगत 15 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। आप अपनी पत्रकारिता में बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म में जनमुद्दों पर बेबाक टिपण्णी व सक्रीयता आपकी पहचान है। मिशन पत्रकारिता आपका सर्वदा उद्देश्य रहा है।

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