लोहाघाट(चंपावत)- पीजी कॉलेज लोहाघाट में विज्ञान संकाय द्वारा विश्व ओजोन दिवस मनाया गया। इस वर्ष विश्व ओजोन दिवस की थीम मोन्ट्रियल प्रोटोकाल, ओजोन परत को ठीक करना और जलवायु परिवर्तन को कम करना है। इस अवसर पर वक्ताओं द्वारा बताया गया कि ओजोन परत का मानव जीवन, जल जीवन पर क्या महत्व है। घरों में प्रयुक्त एसी, रेफ्रीजरेटर से निकलने वाली सीएफसी गैस, मिथाइल ब्रोमाइड एनओटू आदि गैसों से होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में भी बताया गया।
महाविद्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम में विज्ञान संकाय के 120 विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम समन्वयक डॉ. कमलेश शक्टा ने कहा कि आज प्रत्येक व्यक्ति को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील होने की आवश्यकता है। ओजोन क्षरण मानव के ही स्वार्थ का दुष्परिणाम है। संयोजक डॉ एसपीसिंह ने कहा कि हमें कार्बन उत्सर्जन को कम से कम करना होगा व जीवन शैली में बदलाव लाना होगा। डॉ वीरेन्द्र मौनी ने ओजोन क्षरण के वैज्ञानिक पहलुओं की जानकारी प्रदान की।
इस अवसर पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें प्रथम स्थान पर हिमांशु सिंह बोहरा, द्वितीय स्थान पर दिया जोशी व तृतीय स्थान पर गीता सिंह रहे दो सान्त्वना पुरस्कार क्रमशः योगिता प्रथोली एवं संजना फर्त्याल ने प्राप्त किया। इस अवसर पर डॉ मनोज कुमार, डॉ चारू गडकोटी, डॉ स्वाति बिष्ट, उमेश पुनेठा, राहुल सामन्त, मनोज जोशी, भरत गिरि आदि उपस्थित रहे।