खटीमा(उत्तराखंड)- उत्तराखंड में गुलदार के हमलों में कई मासूम अपनी जान गंवा चुके है।गुलदार के द्वारा अक्सर बच्चों पर हमला करने की वारदात सामने आती रहती है।लेकिन ऐसी ही एक वारदात में गुलदार ने एक बच्ची पर हमला कर दिया लेकिन माता-पिता की बहादुरी व हौसले के चलते गुलदार को बच्ची को छोड़ मौके से भागना पड़ा। जिस वजह से मासूम बच्ची की जान बच पाई।
इस पूरे मामले में गुलदार ने खटीमा से लगे जोला साल वन रेंज से लगे इलाके में घर के बाहर खाना खा रही बच्ची पर गुलदार ने हमला कर दिया।बच्ची की चीख सुन परिजनों ने गुलदार पर हमला कर गुलदार के जबड़े से बच्ची को छुड़ा अपनी बच्ची की जान बचा ली। हालाकि इस घटना में बच्ची घायल हो गई जिसका उपचार किया जा रहा है।
इस पूरे मामले में बुधवार देर शाम सात बजे ग्राम खैरा गिधौर के रहने मोहम्मद यूसुफ की 9 वर्षीय बच्ची अपने घर के दरवाजे पर खाना खा रही थी कि घात लगाए गुलदार ने बच्ची पर हमला कर दिया। बच्ची की चीखपुकार सुन घर में मौजूद पिता मोहम्मद युसूफ और उनकी जुलेखा बीवी ने गुलदार के ऊपर डंडों से हमला कर बच्ची को बचा लिया। गुलदार हमले से घबराकर भाग गया। परिजनों ने इसकी सूचना रेंज अधिकारी जोलासाल विजय भट्ट और स्थानीय समाजसेवी चंदू मुडेला, हरस्वरूप को दी। वन विभाग के महिपाल सिंह और परमजीत सिंह ने बच्ची को दियूरी सीएससी में भर्ती कराया। फार्मासिस्ट राजीव वर्मा और स्टाफ के द्वारा बच्ची का इलाज किया जा रहा है।
फार्मासिस्ट राजीव वर्मा ने बताया है कि गुलदार के हमले से घायल बच्ची का इलाज किया गया है फिलहाल बच्ची खतरे से बाहर है। उधर, क्षेत्र में परिजनों द्वारा गुलदार से भिड़ कर बच्ची को बचा लेने पर उनके साहस और हौसले की तारीफ की जा रही है।
गौरतलब है कि नानकमत्ता के जोला साल वन क्षेत्र से लगे इलाकों में अक्सर गुलदार द्वारा पालतू जानवरों व बच्चों पर हमले की वारदात सामने आती रहती है कुछ दिन पूर्व ही एक बच्चे की भी जान गुलदार के हमले में जा चुकी है। वही एक बार फिर गुलदार के बच्ची पर हमले के बाद वन क्षेत्र से लगे लोगों में दहशत का माहौल है। वन विभाग द्वारा जहां घायल बच्ची का इलाज करवाया जा रहा है साथ ही स्थानीय लोगो से सुबह व शाम के समय विशेष एतिहात बरतने की अपील की गई है।