पिथौरागढ़: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पिथौरागढ़ जनपद स्थित पैतृक गांव टुंडी–बारमौं पहुंचे ,मां के साथ पैतृक गांव पहुंच भावुक हुए सीएम धामी

ख़बर शेयर कर सपोर्ट करें

पिथौरागढ़(चंपावत) – मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को अपनी माता जी के साथ, पिथौरागढ़ जनपद स्थित अपने पैतृक गांव टुंडी–बारमौं पहुंच कर, स्थानीय लोगों से भेंट की। इस दौरान उन्होंने गांव के मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली के लिए कामना की है।
मुख्यमंत्री श्री धामी ने गांव में बिताए अनुभव साझा करते हुए कहा कि मां के साथ अपने पैतृक क्षेत्र, कनालीछीना के टुंडी–बारमौं पहुंचना उनके लिए बेहद भावुक क्षण रहा। यह वही गांव है जहां उन्होंने बचपन बिताया, पहली बार विद्यालय की राह पकड़ी और जहां गांव के स्नेह, संस्कृति और परम्पराओं की समृद्ध छाया ने उनके व्यक्तित्व को आकार दिया।

यह भी पढ़ें 👉  खटीमा; बिचपुरी-नौगवानाथ ग्राम प्रधान प्रतिनिधि जगदीश चंद ने सीएम धामी से मिल ग्राम सभा में राज्य निर्माण योजना अंतर्गत ऑन लाइन रूप से लोक निर्माण विभाग द्वारा दिए गए राज्य योजना अंतर्गत मार्ग निर्माण प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान कर निर्माण धनराशि निर्गत करवाए जाने का किया निवेदन

मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव पहुंचते ही बुजुर्गों का स्नेहिल आशीर्वाद और मातृशक्ति का अथाह प्रेम मन को भावनाओं से भर गया। कई बुजुर्गों ने इस मुलाकात में भी उन्हें बचपन के नाम से पुकारा, इस अपनत्व को शब्दों में समाना मुश्किल है। नौनिहालों और युवाओं की मुस्कुराहटों में वह सारी स्मृतियां फिर जीवंत हो उठीं, जिन्होंने मुझे मूल्य सिखाए और आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।

यह भी पढ़ें 👉  नानकमत्ता में भगवान बिरसा मुण्डा की 150 वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित जनजाति गौरव दिवस समारोह में मुख्य्मंत्री धामी हुए शामिल,सीएम ने 01करोड़ लागत की विकास योजना का लोकार्पण व 967:97 लाख लागत का किया शिलान्यास,मुख्यमंत्री धामी ने 07 विकास कार्यों की भी करी घोषणा

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मुलाकात के दौरान हर चेहरा अपना लगा, हर आंगन स्मृतियों से भरा और हर कदम बचपन की गलियों से होकर गुजरता हुआ महसूस हुआ। टुंडी–बारमौं उनके लिए सिर्फ एक गांव नहीं बल्कि उनकी जड़, संस्कार और पहचान भी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आग्रह के अनुसार, प्रत्येक उत्तराखंडवासी को अपने पैतृक गांव में अपने घरों को फिर से संवारना होगा। उन्होंने कहा कि गांव से बाहर निवास करने वाले उत्तराखंड के प्रत्येक व्यक्ति को अपने गांव के विकास में योगदान देना होगा। प्रवासी गांव के विकास में अहम योगदान दे सकते हैं।

यह भी पढ़ें 👉  खटीमा: डायनेस्टी मॉर्डन गुरुकुल एकेडमी छिनकी स्कूल के छात्र छात्राओं ने धूमधाम से मनाया गया बाल दिवस, चाचा नेहरू की जयंती पर उनका स्मरण कर बच्चो ने विभिन्न गतिविधियों में किया प्रतिभाग
Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad
Ad

Deepak Fulera

देवभूमि उत्तराखण्ड में आप विगत 18 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। आप अपनी पत्रकारिता में बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म में जनमुद्दों पर बेबाक टिपण्णी व सक्रीयता आपकी पहचान है। मिशन पत्रकारिता आपका सर्वदा उद्देश्य रहा है।

Related Articles