खटीमा:डायनेस्टी गुरुकुल में आयोजित हुआ द्वितीय अंतरराष्ट्रीय कवि सम्मेलन व सम्मान समारोह,भारत नेपाल के साहित्य समागम में प्रभुत्व कवि साहित्यकारों ने अपनी काव्य रचनाओं से बांधा शमा,

ख़बर शेयर कर सपोर्ट करें

साहित्य व हिंदी के संवर्धन की प्रतिबद्धता दिखा डायनेस्टी शैक्षिक संस्थान ने फिर किया अंतराष्ट्रीय स्तर का काव्य सम्मेलन

खटीमा(उत्तराखंड)- सीमांत क्षेत्र के अग्रणी शैक्षिक संस्थान डायनेस्टी मॉडर्न गुरुकुल एकेडमी छिनकी फॉर्म खटीमा में रविवार को द्वितीय अंतरराष्ट्रीय कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह का आयोजन बड़े धूमधाम के साथ किया गया । कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. रूप चन्द्र शास्त्री मयंक ने की। वहीं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भानु प्रताप कुशवाहा खंड शिक्षा अधिकारी खटीमा और विशिष्ट अतिथि मेजर एस के मिश्र रहे।

कार्यक्रम के संयोजक धीरेंद्र चंद्र भट्ट प्रबंध निदेशक और डायरेक्टर श्रीमती प्रेमा भट्ट ने विद्यालय परिवार के साथ सभी आगंतुक साहित्यकारों का ढोल नगाड़े के बैच लगाकर हार्दिक अभिनंदन और स्वागत किया। सह संयोजक महेंद्र प्रताप पांडे ‘नंद’ अध्यक्ष उत्तराखंड बाल कल्याण साहित्य संस्थान के संचालन में आयोजित कवि सम्मेलन में भारत और पड़ोसी देश नेपाल के विभिन्न जगहों से पधारे हुए 28 कवि कवयित्रियों ने काव्य पाठ किया। डायनेस्टी परिवार के द्वारा सभी साहित्यकारों को अंग वस्त्र, सम्मान पत्र और स्मृति चिन्ह द्वारा सम्मानित किया गया।

यह भी पढ़ें 👉  ईद मिलादुन्नबी की1500 वी वर्षगांठ को लेकर तजीम उलेमा-ए-सुन्नत संस्था खटीमा द्वारा विशाल निशुल्क चिकित्सा शिविर का किया गया आयोजन।लगभग दो दर्जन चिकित्सकों ने सैकड़ो मरीजों का किया इलाज,ईद मिलादुन्नबी को लेकर कई मानवता के कार्यक्रम खटीमा में होंगे आयोजित

इस अवसर पर डायनेस्टी हिंदी गरिमा सम्मान 2024 से आकांक्षा जोशी, राज सक्सेना राज स्मृति साहित्य मैत्री सम्मान से नेपाल के रमेश पंत मीत बंधु और हेम बाबू लेखक, श्री टीकाराम पांडे एकाकी स्मृति साहित्य मैत्री सम्मान से नेपाल के कविराज भट्ट और सिर्जन श्री को सम्मानित किया गया । वहीं महादेवी वर्मा साहित्य गौरव सम्मान 2024 से श्रीमती श्वेता मिश्रा पुणे, श्रीमती सरिता पंथी नेपाल , डॉक्टर शशि जोशी ‘शशि’ नैनीताल, प्रोफेसर डॉ अमिता प्रकाश अल्मोड़ा को सम्मानित किया गया।

इस वर्ष डायनेस्टी राष्ट्रभाषा गौरव सम्मान 2024 से रावेंद्र कुमार ‘रवि’ , राम रतन यादव ‘रतन’, श्रीमती शांति सिंह ‘शांति’, डॉक्टर जगदीश पंत ‘कुमुद’, दीपक फुलेरा ‘बेबाक’, बसंती सामंत, त्रिलोचन जोशी ‘टीसी गुरु’, सुरेश चंद्र ओली, सुश्री माया जोशी उधम सिंह नगर तथा सुश्री पुष्पा जोशी ‘प्राकाम्य’ उधमसिंह नगर, रवींद्र पांडे ‘पपीहा’ चंपावत ,सत्यपाल सिंह सजग पीलीभीत को सम्मानित किया गया।

यह भी पढ़ें 👉  खटीमा: सीएम पुष्कर धामी ने खटीमा गोलीकांड के शहीदों को दी श्रद्धांजलि, पृथक राज्य आंदोलन के शहीदों की कुर्बानी को याद कर किया नमन,शहीदों के परिजनों को अंगवस्त्र व उपहार देकर किया सम्मानित

इंद्र इंद्रमणि बडोनी स्मृति साहित्य गौरव सम्मान से सुबोध शर्मा शेरकोटि उधमसिंह नगर, प्रो डॉक्टर गिरीश चंद्र पंत नैनीताल , अनिल कुमार शुक्ला ‘अनिल’ पीलीभीत , डॉ रूप चन्द्र शास्त्री ‘मयंक’ उधमसिंह नगर और भानु प्रताप कुशवाहा खंड शिक्षा अधिकारी खटीमा को सम्मानित किया गया।वहीं लेफ्टिनेंट डॉ डी एन जोशी और मेजर एस के मिश्र , जगदीश ओझा नेपाल को विशेष सम्मान से सम्मानित किया।

मुख्य अतिथि खंड शिक्षा अधिकारी भानु प्रताप कुशवाहा ने हिंदी साहित्य के अंतरराष्ट्रीय कवि सम्मेलन और सम्मान समारोह को खटीमा के लिए एक ऐतिहासिक कार्य बताया तथा हिंदी के उत्थान के लिए डायनेस्टी मॉडर्न गुरुकुल एकेडमी के प्रबंध निदेशक धीरेंद्र चंद्र भट्ट की भूरि भूरि प्रशंसा की ।उन्होंने कहा कि हिंदी पूरे भारत को एक सूत्र में पिरोने का कार्य करती है ।उन्होंने नेपाल के साहित्यकारों द्वारा भारत नेपाल के मैत्री संबंधों को मजबूत बनाने में उनके योगदान की सराहना की।

यह भी पढ़ें 👉  सीएम धामी पहुंचे खटीमा दौरे पर,खटीमा पहुंचने से पहले सीएम धामी ने नानकसागर डैम का किया निरीक्षण,डैम से जल निकासी, बाढ़ नियंत्रण सहित विभिन्न विषयों पर ली अधिकारियों से जानकारी,दिए आवश्यक दिशा निर्देश।खटीमा पहुंचने पर आमजन से मुलाकात कर सुनी उनकी समस्याएं।

उत्तराखंड बाल कल्याण साहित्य संस्थान के अध्यक्ष तथा सहसंयोजक डॉ महेंद्र प्रताप पाण्डेय ‘नंद’ ने हिंदी साहित्य के वर्तमान स्थिति दशा और दिशा पर अपना वक्तव्य दिया और डायनेस्टी के द्वारा राष्ट्रभाषा हिंदी के लिए किए जा रहे हैं योगदान की आभार व्यक्ति व्यक्त की।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य चंद्रकांत पनेरु, प्रशासनिक अधिकारी मनीष चंद, एकेडमिक डायरेक्टर विक्टर आईवन, श्रीमती गायत्री भट्ट, हरीश भट्ट, श्री दिगंबर भट्ट, अशोक जोशी, केशव जोशी, चामू दानू, बालकृष्ण थापा, श्रीमती शिल्पा सक्सेना, श्रीमती कविता सामंत, श्रीमती दीपा डसीला, श्रीमती पिंकी कापड़ी व विद्यालय परिवार के समस्त शिक्षक उपस्थित रहे।

Ad Ad Ad
Ad

Deepak Fulera

देवभूमि उत्तराखण्ड में आप विगत 18 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। आप अपनी पत्रकारिता में बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म में जनमुद्दों पर बेबाक टिपण्णी व सक्रीयता आपकी पहचान है। मिशन पत्रकारिता आपका सर्वदा उद्देश्य रहा है।

Related Articles