खटीमा(उधम सिंह नगर)- खटीमा के किलपुरा वन रेंज में मानव वन्य जीव संघर्ष में एक ग्रामीण की मौत का दुखद मामला फिर सामने आया है।हाथी के हमले में ग्रामीण की मौत हो गई है।सूचना पर वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच शव कब्जे में ले नागरिक चिकित्सालय शव पोस्टमार्टम को भेज दिया है।
पूरे मामले के अनुसार गुरुवार को नौगवानाथ निवासी मृतक मदन राम उम्र 50 साल पत्ते लेने जंगल गया था जंगल से घर ना लौटने पर परिजनों और ग्रामीणों द्वारा खोजबीन की गई। शुक्रवार को सुबह किलपुरा वन रेंज के जंगल में ग्रामीण का शव मिला। हाथी के हमले में ग्रामीण मदन राम की मौत की सूचना पर रेंज अधिकारी किलपुरा मनोज कुमार पांडेय वन दरोगा खीमानंद आर्य और अन्य स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे और शव कब्जे में लिया। घटना की जानकारी पुलिस को भी दे दी गई है। मृतक अपने परिवार का गुजर बसर मजदूरी करके करता था।
ग्राम प्रधान नौगवानाथ मदन सिंह ने बताया की मृतक के दो पुत्र व एक पुत्री है एक पुत्र की पहले ही मौत हो चुकी है वही एक पुत्र दिल्ली में प्राइवेट जॉब करता था जो गुरुवार को पिता के जंगल से नही लोटने की सूचना पर देर रात वापस आ गया था।दो दिन पहले ही सुरई वन रेंज में टाइगर ने महिला को अपना निवाला बनाया था अब किलपुरा रेंज में हाथी के हमले में ग्रामीण की मौत हो गई है।लगातार बड़ रहे मानव वन्य जीव संघर्ष से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है वही वन विभाग के लिए भी परेशानी का सबब बनता जा रहा है।
हाथी के हमले में मृत ग्रामीण का पोस्टमार्टम नागरिक अस्पताल में करा शव परिजनों को सौंपा
किलपुरा वन रेंज में हाथी के हमले में मृत ग्रामीण का शव पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल लाया गया। चकरपुर पुलिस चौकी इंचार्ज प्रियांशु जोशी और नौगवानाथ क्षेत्र के वन दरोगा खीमानंद आर्य ने शव का पंचनामा भर शव को नागरिक अस्पताल पहुंचाया । शव को आरक्षित वन क्षेत्र के 150 मीटर अंदर पश्चिमी किलपुरा द्वितीय प्लाट संख्या 3 से बरामद किया गया।रेंज अधिकारी मनोज कुमार पांडेय ने बताया की ग्रामीणों को आरक्षित वन क्षेत्र में प्रवेश नहीं करने की चेतावनी दी गई है। पूर्व में भी जंगल से लगे ग्रामों के प्रधानों को पत्र जारी कर आग्रह किया जाता रहा है बावजूद इसके लोग जंगल में प्रवेश कर रहे है जिससे मानव वन्य जीव संघर्ष की घटनाएं हो रही है। उन्होंने बताया की मृतक के परिजनों को आवश्यक कार्यवाही के बाद वन्य जीव अधिनियम के तहत मुआवजे की कार्यवाही की जाएगी।
हम आपको बता दे की सुरई रेंज में बाघ के हमले में महिला की मौत के बाद अब किलपुरा रेंज में हाथी के हमले में एक व्यक्ति की मौत होने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। किलपुरा व खटीमा रेंज में वन्य जीव और मानव संघर्ष की घटना पूर्व में भी होती रही है। खटीमा रेंज के चकरपुर में वनखंडी शिव मंदिर के पास 4 अप्रैल 2019 को हाथी ने चकरपुर निवासी चंचल सिंह मौनी को पटक कर मौत के घाट उतार दिया था। 2 जनवरी 2022 को किलपुरा रेंज के चटिया फार्म स्थित जंगल में उमेद सिंह बोरा को भी हाथी ने हमला कर मार डाला था।जबकि चकरपुर वन रावत बस्ती के समीप में भी पूर्व में हाथी हमले में एक ग्रामीण अपनी जान गंवा चुका है।लगातार मानव वन्य जीव संघर्ष के मामले बड़ने के उपरांत अब वन क्षेत्रों के करीब के ग्रामीण इलाकों में दहशत का माहौल है।