खटीमा(उधम सिंह नगर)- सीमांत खटीमा के चकरपुर निवासी उभरती हुई कवयित्री शांति देवी को गाजियाबाद उत्तर प्रदेश में आयोजन साहित्य सम्मेलन में साहित्य साधक सम्मान से नवाजा गया है।जिस पर शांति देवी को इस उपलब्धि पर खटीमा के साहित्यकारों ,विभिन्न संगठनों व राजनीतिक सामाजिक जनों ने शुभकामनाएं दी है।
फेमस यू ट्यूबर व कवयित्री शांति देवी ने शिक्षाविद व वरिष्ट साहित्यकार महेंद्र प्रताप पांडे नंद के नेतृत्व व सानिध्य में 28 व 29अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में यू एस एम पत्रिका द्वारा आयोजित 31 वे अखिल भारतीय हिंदी साहित्य सम्मेलन में शिरकत की थी।दो दिवसीय साहित्य समागम में शांति देवी को साहित्य के क्षेत्र में उभरते हुए साहित्य सर्जक व कवयित्री के रूप में साहित्य साधक सम्मान सम्मानित किया।
शांति देवी को यह सम्मान भारत सरकार के प्रकाशन विभाग के पूर्व निदेशक पद्मश्री डॉ श्याम सिंह शशि व अन्य वरिष्ठ साहित्यकारों द्वारा प्रदान किया गया।इस अवसर पर शांति देवी ने इस आयोजन में अपनी बेहतरीन काव्य रचनाओं का भी पाठ किया।जिसको कार्यक्रम में मौजूद साहित्यकारों व श्रोतागणों द्वारा जमकर सराहा गया।
हम आपको बता दे कि शांति देवी लगभग दो दशक तक कलकत्ता में निवास करने के उपरांत अपने गृह क्षेत्र चकरपुर खटीमा लौटी है।जहां पर विभिन्न साहित्य आयोजनों में प्रतिभाग कर अपनी मर्म स्पर्शी काव्य रचनाओं के माध्यम से शांति ने बेहद कम समय मे अपनी एक अलग पहचान बनाई है।
कवयित्री शांति देवी को साहित्य साधक सम्मान मिलने पर उन्हें वरिष्ट साहित्यकार महेंद्र प्रताप पांडे नंद,डॉ राज सक्सेना,कैलाश पांडे,जगदीस पंत कुमुद,रवि पांडे,पपिहा,दीपक फुलेरा बेबाक,बाबा विमलेश,त्रिलोचन जोशी,धीरेंद्र भट्ट एमडी गुरुकुल मॉर्डन एकेडमी छिनकी,कमल बिष्ट,एमडी kitm डिग्री कॉलेज ,रावेंद्र रवि,नीरज सिंह,राम रतन यादव,बसंती सामंत,हेमा जोशी परू,विपिन जोशी,तुलसी बिष्ट आदि साहित्यकारों व कवियों ने शुभकामनाएं दी है।