रानीखेत(उत्तराखंड) – साहित्य, शिक्षा, पर्यटन और संस्कृति का उत्सव “किताब कौतिक” आठ सफल आयोजन के बाद अपने नवें आयोजन के लिए अगले पड़ाव रानीखेत पहुंच रहा है। 10, 11 व 12 मई 2024 को “आओ, दोस्ती करें क़िताबों से” के विचार के साथ 60 प्रकाशकों की करीब 70 हजार पुस्तकें साहित्य प्रेमियों प्रेमियों के अवलोकन और खरीद के लिए उपलब्ध रहेंगी। इसके अलावा साहित्यिक विमर्श, कवि सम्मेलन, नेचर वॉक, पुस्तक विमोचन और सांस्कृतिक संध्या सहित कई रोचक कार्यक्रम होंगे।
इस तीन दिवसीय आयोजन को आकर्षक और भव्य बनाने के लिए छावनी परिषद बोर्ड कक्ष में आयोजित बैठक में कार्यक्रम की रूपरेखा पर चर्चा हुई। तय किया गया कि कार्यक्रम की थीम “गौरवशाली सैन्य परंपरा” रहेगी, 10 मई को रानीखेत और आस-पास के विद्यालयों में विभिन्न क्षेत्र के विशेषज्ञों द्वारा कैरियर काउंसलिंग की जाएगी। 11 मई को मुख्य आयोजन का शुभारंभ छावनी परिषद बहूद्देशीय सभागार में होगा। जिसमें देश के करीब साठ पुस्तक प्रकाशकों के स्टाल्स लगेंगे। साहित्यिक परिचर्चा, प्रसिद्ध लेखकों से सीधी बात, स्कूली बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम, बच्चों के लिए विज्ञान कोना, नेचर वाक, आमंत्रित कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक संध्या, हस्त-शिल्प स्टाल्स, 12 मई को साहित्यिक सत्र में रानीखेत के गौरवशाली इतिहास और भविष्य पर चर्चा, कुमाऊं रेजिमेंट और सैन्य परम्परा पर चर्चा सहित अनेक समसामयिक विषयों पर विमर्श होगा। इसके अतिरिक्त स्कूली बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे। 5 से 9 मई तक बाल प्रहरी के संपादक और साहित्यकार उदय किरौला द्वारा बच्चों के लिए रचनात्मक लेखन कार्यशाला आयोजित की जाएगी।
कार्यक्रम में वरिष्ठ लेखक व साहित्यकारों को सम्मानित किया जाएगा। रानीखेत किताब कौतिक में देशभर से प्रसिद्ध लेखक व साहित्यकारों को आमंत्रित किया जा रहा है।बैठक में क्रियेटिव उत्तराखंड के हेम पंत ने बताया कि बच्चों और युवाओं में पढ़ने लिखने की संस्कृति विकसित करने के उद्देश्य से उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों में किताब कौतिक अभियान चलाया जा रहा है।
रानीखेत में आयोजन के लिए वरिष्ठ पत्रकार,लेखक विमल सती को आयोजन समिति का अध्यक्ष बनाया गया। इसके अलावा छावनी परिषद सीईओ कुनाल रोहिला और से.नि लेफ्टिनेंट जनरल मोहन भंडारी को संरक्षक बनाया गया है। बैठक में हेम पंत, दयाल पांडेय, राजेंद्र प्रसाद पंत, मंजू आर साह, संजय पंत, गौरव तिवारी,गौरव भट्ट, आशुतोष पाण्डे, नरेश डोरबियाल, हरीश बिष्ट, सारिका वर्मा आदि मौजूद रहे।
पहला किताब कौतिक दिसंबर 2022 को टनकपुर में आयोजित किया गया था। उसके बाद लगभग बैजनाथ, चंपावत, पिथौरागढ़, द्वाराहाट, भीमताल, नानकमत्ता, हल्द्वानी के बाद अब रानीखेत में नवें किताब कौतिक के रूप में किताबों का यह अनूठा मेला लगने जा रहा है। रानीखेत किताब कौतिक आयोजन समिति अध्यक्ष विमल सती ने रानीखेत व आस-पास के रहवासियों से रानीखेत की विशिष्ट पहचान को सुदृढ़ करने के लिए रचनाशीलता के इस अभियान में सहभागी बनने की अपील की है।