बनबसा(उत्तराखंड) – चम्पावत जिले के बनबसा गडीगोठ इंडो नेपाल सीमा भैंसा झाला इलाके में बुधवार को गुलदार खेत मे लगे तार बाढ़ में फंस गया।स्थानीय लोगो की सूचना पर खटीमा वन रेंज की टीम द्वारा मौके पर पहुँच कर गुलदार को जहां रेस्क्यू किया गया।वही उसे सुरक्षित पिंजरें में डाल कर इलाज हेतु वन विभाग के रानीबाग सेंटर भेजा गया है।
इस पूरे प्रकरण में बनबसा गडिगोठ इलाके में खटीमा वन रेंज के छीनी कंपार्टमेंट 14 में ठंडे नाले के किनारे खेत के लगे तार बाढ़ में बुधवार की सुबह के समय गुलदार जहां फंस गया था।वही गुलदार के खेत से लगे नाले में फंसे होने की सूचना जैसे ही ग्रामीणों के माध्यम से स्थानीय वन कर्मी को लगी।उसने उसकी सूचना खटीमा वन रेंज के रेंजर राजेन्द्र मनराल को दी।रेंजर द्वारा त्वरित रूप से रेस्क्यू टीम के साथ मौके पर पहुँच गुलदार को रेस्क्यू करने की कार्यवाही शुरू की गई।
वही गुलदार के फंसे होने की सूचना पर स्थानीय लोगो का भी मौके पर भारी जमावड़ा लग गया।जिस पर बनबसा थाने के थानाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह जगवाण द्वारा पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुँच भीड़ को मौके से हटाया गया।ताकि गुलदार को सुरक्षित रेस्क्यू किया जा सके।
खटीमा से वन विभाग की टीम के साथ आये एक्सपर्ट टीम द्वारा गुलदार को घण्टो की कड़ी मसक्कत के बाद ट्रेंकुलाइज किया गया। गुलदार को बेहोसी की हालत में सुरक्षित पिंजरे में डाल हल्द्वानी के रानीबाग में वन विभाग के रेस्क्यू सेंटर में इलाज हेतु भेजा गया है।खटीमा वन विभाग द्वारा तारबाड़ में फंसे गुलदार को जहां सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया।वही ग्राम प्रधान प्रतिनिधि जसवंत बसेड़ा ने इस अवसर पर आए दिन गुलदार की दहशत व पालतू कुत्तो के गुलदार के द्वारा शिकार किये जाने की जहां बात कही। वही वन महकमे से गडिगोठ इलाके में वन चौकी खोले जाने की मांग की ताकि वन्य जीवो से स्थानीय लोगो की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
गुलदार को रेस्क्यू करने खटीमा से पहुंची वन विभाग की टीम में वन रेंजर खटीमा राजेंद्र मनराल, डिप्टी रेंजर संतोष भंडारी,गौतम,सहित रेस्क्यू टीम के सदस्य सहित अन्य वन कर्मी मौजूद रहे।जबकि बनबसा थानाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह जगवाण, एसआई नवल किशोर,कुलदीप सहित स्थानीय लोगो का भी सहयोग रहा।