खटीमा(उधम सिंह नगर)- सीमांत क्षेत्र खटीमा का एकलव्य आवासीय जनजाति विद्यालय पिछले दो दिनों से चर्चाओं में है, आवासीय विद्यालय में छात्राओं की ड्रेस नाप के नाम पर दर्जियों के द्वारा छेड़छाड़ के मामले में अभिभावको छात्राओं व थारू जनजाति समाज के नेताओ ने कॉलेज में जमकर हंगामा काटा, वही कॉलेज की छात्राओं ने छेड़छाड़ के आरोपी दर्जीयों की इस दौरान चप्पलों से पिटाई कर दी। पुलिस उक्त मामले में छेड़छाड़ के तीन आरोपियों सहित कॉलेज के तीन अध्यापकों को हिरासत में ले मामले की जांच में जुट गई है।
पूरे मामले के अनुसार खटीमा के एकलव्य आवासी जनजाति विद्यालय में कॉलेज प्रबंधन द्वारा स्कूली छात्राओं के ड्रेस की नाप लेने के लिए खटीमा के सिद्धार्थ हौजरी फर्म से बुलाए गए दर्जियों द्वारा आवासीय विद्यालय की छात्रों से छेड़छाड़ का मामला में कॉलेज में जमकर हंगामा हुआ। उक्त मामले में पीड़ित छात्राओं के द्वारा कॉलेज के अध्यापकों को उक्त मामले के बारे में जानकारी देने के बाद जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो उन्होंने इस मामले की जानकारी अपने अभिभावकों को दी जिसके उपरांत अभिभावकों के द्वारा कॉलेज में पहुंचकर जमकर हंगामा किया गया। कॉलेज में छात्राओं से छेड़छाड़ के मामले में जानकारी मिलने के बाद खटीमा के क्षेत्रीय विधायक भुवन कापड़ी व थारू जनजाति समाज के प्रमुख नेता भी मौके पर पहुंच गए। विधायक भुवन कापड़ी ने उक्त मामले में जनजाति डायरेक्टर से फोन पर वार्ता कर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की बात कही। जबकि छात्रों से छेड़छाड़ के बाद उनके परिजनों में जहां दहशत का माहौल है वहीं वह आवासीय विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों की सुरक्षा और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।जबकि जनजाति नेताओ ने भी उक्त प्रकरण में भारी आक्रोश दिखा जनजाति बच्चो की सुरक्षा सहित दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की उन्होंने प्रशासन से मांग की है।
एकलव्य आवासीय जनजाति विद्यालय में छात्राओं से छेड़छाड़ के मामले में हंगामें की खबर सुनकर खटीमा एसडीएम रविंद्र बिष्ट भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने कॉलेज स्टाफ की जमकर क्लास लगाई। साथ ही कॉलेज के सीसीटीवी कैमरों की डीवीआर को भी जांच हेतु अपने कब्जे में लिया। कॉलेज प्राचार्य कैलाश शाक्य को भी एसडीएम द्वारा सख्त निर्देश दिए गए।एसडीएम बिष्ट ने उक्त मामले में मीडिया को बताया कि छात्राओं के ड्रेस की नाप लेने के मामले में छेड़छाड़ का जो मामला आया है उसमें कॉलेज प्रबंधन की भारी लापरवाही सामने दिख रही है। इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए उनके निर्देश पर पुलिस ने छेड़छाड़ के तीनों आरोपी दर्जियों व उक्त प्रकरण में लापरवाही बरतने वाले कॉलेज के उप प्राचार्य सहित तीन शिक्षकों को पुलिस ने हिरासत में ले मामले की जांच शुरू कर दी है।दोषियों के खिलाफ जांच उपरांत कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
फिलहाल उक्त प्रकरण में खटीमा के एकलव्य आवासीय जनजाति विद्यालय प्रबंधन की भी भारी लापरवाही सामने आई है। जहां कॉलेज के बच्चों के ड्रेस हेतु बिना किसी टेंडर या परमिशन के खटीमा के सिद्धार्थ होजरी फर्म के टेलरों को बुलाकर कॉलेज प्रबंधन द्वारा छात्रों के ड्रेस की नाप कराई जा रही थी। वही इसी दौरान कॉलेज की बच्चियों के साथ उक्त दर्जियों के द्वारा ड्रेस की माप के दौरान छेड़छाड़ की वारदात को अंजाम दिया गया।यह मामला गंभीर इसलिए भी है की छेड़छाड़ की वारदात के बाद पीड़ित बच्चियों के द्वारा शिक्षकों को उक्त मामले की शिकायत के बावजूद भी कॉलेज प्रबंधन के द्वारा कोई भी कार्रवाई नहीं की गई। जिससे बाद यह गंभीर सवाल खड़ा होता है की आखिरकार इस आवासीय जनजाति विद्यालय में पढ़ने वाले जनजाति समाज के बच्चे आखिर कितने सुरक्षित है।जिस पर अब मंथन की आवश्यकता है।
इस पूरे मामले के दौरान एकलव्य आवासीय विद्यालय अभिभावक संघ के अध्यक्ष राजवीर सिंह राणा,थारू जनजाति समाज के प्रमुख नेताओं में श्रीपाल राना,दिनेश राणा,रमेश राना,एड पूनम राणा,राकेश राणा,मुकेश राणा,रामरूप राणा ,वीरेंद्र राणा,रेणु राणा,ममता राणा,नीलम राणा सहित दर्जनों अभिभावक व आक्रोशित बच्चें मोजूद रहे।