

टनकपुर(चंपावत) – टनकपुर पूर्णागिरी मार्ग के बाटनागाढ़ बरसाती नाले से बरसात के सीजन में जिस खतरे का सबसे ज्यादा डर रहता है आखिरकार वही बात घटित हो गई।शुक्रवार को
बाटनागाढ़ बरसाती नाले के मलवे की चपेट में आने से टनकपुर निवासी एक व्यापारी की दर्दनाक मौत हो गई।सूचना पर प्रशासन ने रेस्क्यू अभियान चला व्यापारी चन्द्रपाल उम्र 55 निवासी शारदा कालौनी टनकपुर उपजिला चिकित्सालय पहुँचाया।जहां पर डॉक्टर ने जांच उपरांत मृत घोषित कर दिया।वही मृतक के पोस्टमार्टम की कार्यवाही गतिमान है।फिलहाल प्रशासन ने मृतक के परिजनों को आपदा राहत मद से चार लाख का सहायता राशि का चैक सौंपा है।उक्त दुखद घटना से मृतक के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।

हम आपको बता दे की टनकपुर पूर्णागिरि मार्ग के बाटनागाढ़ में आया मलबा आफत के रूप में सामने आ रहा हैं। शुक्रवार को बाटनागाढ़ बरसाती नाले के मलवे की चपेट में आने से टनकपुर निवासी एक व्यापारी की दर्दनाक मौत हो गयी। प्रशासन की टीम ने एसडीएम आकाश जोशी के नेतृत्व में घटना स्थल में रेस्क्यू अभियान चलाया, वही रेस्क्यू उपरांत डॉ मानवेन्द्र शुक्ला ने जांच के बाद व्यापारी को मृत घोषित कर दिया है। मृतक का टनकपुर के उपजिला अस्पताल में पोस्टमार्टम किया जा रहा हैं, अस्पताल में प्रशासन द्वारा आपदा राहत कोष से मृतक के परिजनों को चार लाख की आर्थिक सहायता का चेक दिया गया है, मृतक लघु व्यापारी अपने पीछे पत्नी एक बेटा और बेटी को बिलखता हुआ छोड़ गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार को लगभग 55 वर्षीय चंद्रपाल पुत्र श्री हर प्रसाद निवासी शारदा कालोनी टनकपुर जिला चम्पावत रोज की तरह ही आज भी नाश्ते और खाने का सामान लेकर माँ पूर्णागिरि धाम क्षेत्र में गया था, वापसी के दौरान बाटनागाढ़ में दलदल और लेंसस्लाइड से आए पत्थरो की चपेट में आ गया। जानकारी मिलने पर आपदा की टीम ने रेस्क्यू अभियान शुरू किया, वही सूचना पर एसडीएम आकाश जोशी, तहसीलदार जगदीश गिरी, सीएम कैम्प कार्यालय के प्रशासनिक अधिकारी राजपाल चौहान, बृजेश जोशी के अलावा मेडिकल टीम, सिचाई विभाग, राजस्व, पुलिस, लोनिवी आदि घटनास्थल पर पहुचे, जहाँ डॉ मानवेन्द्र शुक्ला ने परिक्षण के बाद व्यापारी को मृत घोषित कर दिया। जिसका टनकपुर में पीएम किया जा रहा हैं। मृतक की टेलरिंग शॉप भी बताई जा रही हैं। मृतक की पत्नी जहाँ अस्वस्थ बताई जा रही हैं वही बेटा किसी कम्पनी में प्राइवेट जॉब करता हैं। एक बेटी अध्ययन कर रही हैं। व्यापारी की मौत से परिजन सदमे मे हैं, वही अस्पताल में लोग पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दे रहे हैं। आपदा राहत कोष से परिजनों को चार लाख की राहत राशि का चेक सौपा गया हैं।
इस दौरान विधायक प्रतिनिधि दीपक रजवार, एसडीएम आकाश जोशी, तहसीलदार जगदीश गिरी, प्रशासनिक अधिकारी राजपाल चौहान, एसडीओ सिंचाई आरके यादव, सहायक अभियंता लोनिवि लक्षमण सिंह सामंत, के अलावा राजस्व, पुलिस, एसडीआर एफ के अलावा जनप्रतिनिधि व स्थानीय लोग मौजूद रहे।
बीते वर्ष भी लगभग 22 दिनों तक बाटनागाढ़ बरसाती नाले में हुए भारी लेंसस्लाइड की वजह से बंद रहा था पूर्णागिरी सड़क मार्ग,दर्जनों गांव का टनकपुर से टूटा था संपर्क
टनकपुर पूर्णागिरी मार्ग में बूम क्षेत्र से आगे बाटनागाढ़ की आफत कोई नई नहीं है।हर वर्ष यह बरसाती नाला श्रद्धालुओं व दर्जनों स्थानीय गांवों के लिए आफत बनकर आता है। बीते साल बरसात से उफनाए बाटनागाढ़ में आए भारी मलवे ने पूर्णागिरी यात्रा मार्ग सहित दर्जनों गांव का संपर्क टनकपुर से तोड़ दिया था।इस नाले की वजह से हर वर्ष पूर्णागिरी मंदिर सहित टनकपुर जौलजीवी सड़क मार्ग में स्थित दर्जनों गांवों का आवागमन प्रभावित हो जाता है।इसके अलावा टनकपुर पूर्णागिरी मार्ग स्थित किरौड़ा गेंडाखाली व उचौलीगोठ इलाको के सड़क मार्ग में बरसाती नाले जमकर तांडव करते है।इन बरसाती नालों में श्रद्धालुओं के अलावा कई स्थानीय लोग बीते सालों में अपनी जान भी गंवा चुके है।लेकिन अभी तक इन बरसाती नालों का स्थाई समाधान नही हो पाया। किरोडा व बाटनागाढ़ में पुल निर्माण की मांग लंबे समय से स्थानीय लोगो का प्रमुख मुद्दा रहा है।लेकिन राज्य निर्माण के उपरांत आज तक ग्रामीणों की यह जरूरी मांग पूरी नहीं हो पाई है।जबकि बरसात के सीजन में आवागमन करने वाले लोगो के सिर में मौत तांडव यह बरसाती नाले कभी भी खेल सकते है।टनकपुर निवासी पूर्णागिरी क्षेत्र में नाश्ता पानी बेच कर अपने परिवार के भरण पोषण करने वाले व्यापारी की मौत ने यह सवाल फिर खड़ा कर दिया है की आखिर टनकपुर पूर्णागिरी मार्ग स्थित बाटनागाढ़ में कब बनेगा पुल,???






