लोहाघाट(उत्तराखंड)- लोहाघाट में हरेला के अवसर पर आयोजित दो दिनी पारंपरिक मेला मंगलवार को शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। मेले में भाग लेने के लिए यहां के दो दर्जन गांव की विवाहित बेटियां भी दूर दराज क्षेत्र से अपने मायके मे मां भगवती का आशीर्वाद लेने आई थी सुबह देव डागरों के द्वारा मंदिर में पारंपरिक रूप से पूजा अर्चना की गई।
सोमवार को ही मंदिर से देवी रथ जवान ब्रह्म देवता मंदिर से बिंडा तिवारी गांव ले जाया गया था मगंलवार सुबह सभी देव डांगरो ने अवतरित होकर श्रद्धालुओं को अपना आशीर्वाद दिया सिंहासन रथ मे महामाया भगवती के डांगर विद्याधर तिवारी विराजमान हुए दोपहर बाद मां भगवती का सिंहासन डोला ढुंगा के समीप जमानी गढ़ तक गया, जहां पहले से ही महामाया भगवती की पूजा अर्चना करने के लिए हजारों की तादात में लोग एकत्रित थे। यहां से 2 किलोमीटर दूर खड़ी चढ़ाई मे स्तिथ ब्रह्मदेव मंदिर के लिए रथ यात्रा शुरू हुई
रथ के पीछे आंचलिक परिधानों में महिलाएं मां भगवती का जयकारा एवं आराधना के गीत गाते हुए चल रही थी ढोल नगाड़ों से निकल रही धुन शोभायात्रा के साथ पहाड़ी की ओर स्थित मंदिर की ओर जा रहे लोगों मे जोश भर रहे थे। दोनों ओर से लोग देवी रथ में अक्षय व पुष्प वर्षा कर अपनी मनोकामना पूर्ण कर रहे थे निसंतान महिलाए रथ के नीचे से गुजर कर मां भगवती से अपनी मनोकामना पूर्ण करने की कामना कर रही थी।
मेले के सफल आयोजन में ग्राम प्रधान मोनू बिष्ट ,हरि सिंह अधिकारी, लक्ष्मण सिंह भंडारी ,फतेह सिंह भंडारी ,कैलाश तिवारी ,नवीन तिवारी ,नारायण बिष्ट ,प्रेम तिवारी, पुष्कर बोहरा,मुकेश तिवारी , सतीश उप्रेती , ग्राम प्रधान पवन कुमार,पंकज ,दीपू मनोज ,पीयूष ,भास्कर ,अमित एवं सूरज भंडारी ने पुलिस प्रशासन एवं क्षेत्रीय लोगों को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर हरेला मेला आयोजित किया गया जिसमें बाहर से तमाम व्यापारी आए हुए थे मौसम सुहावना होने के कारण व्यापारियों के चेहरे खिले हुए थे।