दो वर्ष से फरार चल रहा था था ईनामी अपराधी, जिस पर उ0प्र0 व उत्तराखण्ड में कुल 03 धोखाधड़ी व ठगी के मुकदमें दर्ज थे
हल्द्वानी(उत्तराखंड)- शातिर व इनामी अपराधियों की शतप्रतिशत गिरफ्तारी हेतु पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड के “ऑपरेशन प्रहार” के तहत उत्तराखंड एसटीएफ द्वारा एक और बड़ी कामयाबी हासिल की गई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा खतरनाक शातिर व इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी अभियान के तहत अब तक “51 शातिर व खतरनाक इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी एसटीएफ द्वारा की जा चुकी है। स्पेशल टास्क फोर्स उत्तराखण्ड द्वारा ईनामी अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु की गई कार्यवाही के फलस्वरूप 25 जून 2024 को सीओ एसटीएफ आर0बी0चमोला द्वारा, प्रभारी निरीक्षक एमपी सिंह के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा थाना हल्द्वानी जनपद नैनीताल मे पंजीकृत एफ0आई0आर0 नं0 213/2022 धारा 420,406,120बी भा0द0वि0 व 3 UPID Act में वांछित 25000 रु.के ईनामी अपराधी आशुतोष चतुर्वेदी पुत्र जयप्रकाश चौबे निवासी वार्ड न0-4 केशवपुरम थाना आईटीआई, काशीपुर को रोडवेज बसअड्डा रुद्रपुर से गिरफ्तार किया गया है।
एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा बताया गया कि आज हमारी टीम के द्वारा एक शातिर अन्तर्राज्यीय ठग को रुद्रपुर क्षेत्र से गिरफ्तार किया है जिसके उपर उत्तराखण्ड और यूपी में धोखाधड़ी व ठगी के करीब 03 मुकदमें दर्ज हैं। यह एक तरह का आर्गेनाइज क्राइम था जिसमें इसके द्वारा अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर, एक जेकेवी मल्टी स्टेट क्रेडिट कोऑपरेटिव नामक सोसाइटी बनाकर , उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान व बिहार में अपनी ब्रांच खोलकर लोगों से भिन्न-भिन्न स्कीमों में ज्यादा ब्याज का लालच देकर करोड़ों रुपए की धनराशि निवेश करवाकर गबन किया गया था। उपरोक्त समिति की खटीमा तथा हल्द्वानी में भी ब्रांच थी जिसमें खटीमा में लोगों का करीब एक करोड़ 25 लाख तथा हल्द्वानी में करीब 90 लाख रु0 का गबन अभियुक्तगणों द्वारा किया गया था। अभियुक आशुतोष चतुर्वेदी उपरोक्त सोसाइटी में डायरेक्टर के पद पर था। अभियुक्त थाना हल्द्वानी जनपद नैनीताल के एफ0आई0आर0 नं0 213/2022 धारा 420,406,120बी भा0द0वि0 व 3 UPID Act, थाना गंगनहर जनपद हरिद्वार के एफआईआर न0 585/20 धारा 420,406,120बी व 3 यूपीआईडी एक्ट तथा थाना सदर बाजार जनपद सहारनपुर के एफआईआर न0 625/8 धारा 420,406,467,468,471,120बी के तहत अभियोगों में वांछित था तथा लम्बे समय से फरार चल रहा था, इस पर 25000 रु0 का ईनाम घोषित किया था, करीब 2 वर्ष के बाद 25जून को सुबह रुद्रपुर बस अड्डे के पास से इसकी गिरफ्तारी की गयी है इसके अन्य साथियों की गिरफ्तारी के लिए भी हमारी टीमें कार्य कर रही हैं शीघ्र ही आगे और भी गिरफ्तारियाँ की जायेंगी।
एसएसपी एसटीएफ ने बताया कि सोसायटी के निदेशक, अधिकारी, कर्मी अशिक्षित, गरीब, बेरोजगारों को कम समय में रकम दोगुनी करने का झांसा देते थे। इस बाबत उनका सोसायटी में खाता खुलवाया जाता और रकम जमा कराई जाती। बाद में बैंक खातों के जरिये जमा रकम को सोसायटी के खाते में ट्रांसफर कर दिया जाता था। वहां से रकम का गबन हो जाता था। अभी तक की जाँच-पड़ताल से 02 करोड़ से ज्यादा का गबन सामने आया है। वहीं अन्य राज्यों की शाखाओं का गबन मिलाकर घोटाला कई करोड़ों तक पहुँच सकता है।
करोड़ों के गबन के ईनामी अपराधी को गिरफ्तार करने वाली उत्तराखण्ड एसटीएफ टीम में
उ0नि0 बृजभूषण गुररानी
हे0का0 जगपाल सिंह
हे0का0 गोविन्द बिष्ट
हे0का0 चालक संजय कुमार
हे0का0 सुरेन्द्र कनवाल शामिल रहे।