खटीमा(उत्तराखण्ड)- उत्तराखंड में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में जनता के लिए तीसरे विकल्प के रूप में सामने आने की तैयारियों में जुटी आम आदमी पार्टी जन सरोकार और उत्तराखंड की भावनाओं से जुड़े मुद्दों को लगातार उठाने का काम कर रही है। अपने इसी कार्यक्रम के तहत आज आम आदमी पार्टी ने सीमांत क्षेत्र खटीमा – सितारगंज और नानकमत्ता में भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा राज्य आंदोलनकारियों को दिए गए 10 प्रतिशत आरक्षण को खत्म करने के मामले में जमकर प्रदर्शन किया।आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने खटीमा नगर में रैली निकाल राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर सरकार द्वारा राज्य आंदोलनकारियों के 10 प्रतिशत क्षेतिज आरक्षण को समाप्त करने को राज्य आंदोलनकारियों के साथ अन्याय करार दिया।
आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष सरदार जसपाल सिंह ने मीडिया से कहा कि भारतीय जनता पार्टी सत्ता के घमंड में आकर उत्तराखंड की जनता की भावनाओं की कद्र करना भूल गई है। जिसका उदाहरण राज्य आंदोलनकारियों को नोकरियो में दिये गये दस प्रतिशत क्षेतिज आरक्षण को समाप्त करना है। राज्य सरकार के इस कदम ने जहां राज्य आंदोलनकारियों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है साथ ही उनका अपमान भी किया है।
आम आदमी पार्टी की बीजेपी सरकार से मांग है कि राज्य सरकार विधानसभा में विधेयक लाकर फिर से राज्य आंदोलनकारियों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण को लागू करें। जब तक राज्य सरकार ऐसा नहीं करेगी आम आदमी पार्टी सरकार के विरोध में प्रदेश भर में अपने आंदोलन को जारी रखेगी।वही इस दौरान आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा खटीमा के शहीद स्मारक पहुँच स्मारक में माल्यार्पण व पुष्पांजलि अर्पित कर राज्य आंदोलन शहीदों को याद कर श्रधांजलि अर्पित की।जबकि सितारगंज क्षेत्र में आप कार्यकर्ताओ ने तहसील में प्रदर्शन कर राज्य सरकार के इस कदम का विरोध किया है।
विरोध प्रदर्शन के कार्यक्रम में मुख़्य रूप से पार्टी के जिलाध्यक्ष जसपाल सिंह,कामिल खान,अमन अरोरा,अनुज अग्रवाल,सलाहुद्दीन अंसारी,कैलाश पांडे,सुनील कंडवाल,लईक अहमद,सीमा जोशी,गणेश जोशी, कमल बिष्ट,गीता देवी,वाहिद अंसारी,राज खान,चंद्रमोहन जोशी,बाबूराम राणा,नूर हसन आदि मौजूद रहे।