खटीमा: मॉडर्न युटोपियन सोसाइटी खटीमा के तत्वाधान में आयोजितसप्तम सीमांत साहित्य उत्सव- 2024 में बिखरे साहित्य के विभिन्न रंग,नेपाल भारत के साहित्यकारों के मध्य विभिन्न सत्रों में महत्व विषयों पर हुआ सार्थक मंथन

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खटीमा(उत्तराखंड)- खरीमा की सामाजिक संस्था मॉडर्न युटोपियन सोसाइटी द्वारा रविवार को एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के प्रांगण में सप्तम सीमांत साहित्य उत्सव का भव्य आयोजन किया गया। आयोजन में देश-प्रदेश के विभिन्न साहित्यकारों एवं संस्कृति से जुड़े विशेषज्ञों एवं विभिन्न स्कूलों से जुड़े अनेक छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ संस्था के अध्यक्ष डॉ चन्द्रशेखर जोशी,सचिव पूरन बिष्ट और ,एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के प्रधानाचार्य कैलाश शाक्य ने सरस्वती माता के चित्र के समक्ष दीप-प्रज्जवलन करके किया। जबकि संस्था के कोषाध्यक्ष शरद सक्सेना ने संस्था का परिचय दिया, संस्था द्वारा वर्ष भर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों का सिलसिलेवार ढंग से उल्लेख किया तथा संस्था के उद्देश्यों और प्राप्तियों को बताते हुए संस्था की ओर से सभी अतिथियों का स्वागत किया।

इस अवसर पर सरस्वती विद्या मंदिर के छात्र-छात्राओं ने शिक्षक अखिलेश चन्द्र जोशी के मार्गदर्शन में श्लोक-मंत्रोचार किया। एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने शिक्षिका श्रीमती मंजू धामी के मार्गदर्शन में गणेश वंदना एवं स्वागत गीत प्रस्तुत किया।मॉडर्न यूटोपियन सोसाइटी द्वारा इस वर्ष कार्यक्रम में नवाचार करते हुए विभिन्न सत्रों के मध्य “एक जीवनी,एक कविता और एक कहानी” का पाठ किया गया जिसमें नानकमत्ता पब्लिक स्कूल की छात्रा स्वाति राणा ने प्रसिद्ध आंचलिक उपन्यासकार फणीश्वर नाथ “रेणु” के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए उनकी कृति “मैला आँचल” से श्रोताओं का परिचय कराया। गिरीश पाण्डे”मुंशी” ने शिवाधर पांडेय की कविता “बेला-चमेली” को अपनी मधुर आवाज दी। कैलाश पांडेय ने प्रख्यात कहानीकार शेखर जोशी की कहानी “दाज्यू” को सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया ।

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कार्यक्रम का आयोजन विभिन्न बौद्धिक सत्रों में हुआ । प्रथम सत्र का विषय-“साहित्य,समय,संवाद” था । जिसके विशेषज्ञ वार्ताकारों के रूप में डॉ अनीता रस्तोगी एवं डॉ महेंद्र प्रताप पांडेय”नंद” ने प्रतिभाग किया और सम्बंधित विषय पर व्यापक विमर्श किया । प्रथम सत्र के समन्वयक रावेंद्रकुमार”रवि” और मोहन बिष्ट रहे।

जबकि द्वितीय सत्र का विषय-“एक साहित्य सेतु,हिमाद्रि से रत्नाकर” तक रहा। विशेषज्ञ वार्ताकार के रूप में इस सत्र में डॉ जगदीश पंत “कुमुद”, चारु तिवारी, डॉ कमलेश शकटा एवं मित्र देश नेपाल के साहित्यकार हरि प्रसाद जोशी ने बौद्धिक चर्चा की । इस सत्र के समन्वयक नक्षत्र पांडेय , निर्मल नियोलिया और श्रीमती शांति देवी रहे।

तृतीय सत्र का विषय – “किताब में कुमाऊँ” था जिसमे हिन्दी साहित्य की प्रसिद्ध लेखिका आशा शैली,सेवानिवृत्त पुलिस उप महानिरीक्षक शैलेंद्र प्रताप सिंह एवं प्रो. डॉ सिद्धेश्वर सिंह रहे । इस सत्र में कुमाऊँ का सांगोपांग वर्णन करने वाली अनेक पुस्तकों पर भी चर्चा की गई।तीनो सत्र में दिलचस्प बात यह रही कि श्रोताओं द्वारा विभिन्न विशेषज्ञों से ढेर सारे सवाल भी पूछे गए।

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इसके अलावा व्यक्तित्व से मुलाक़ात सत्र में वरिष्ठ पत्रकार खड़क सिंह गैडा एवं पत्रकार दीपक फुलेरा द्वारा “पॉलीथीन बाबा”के नाम से प्रसिद्ध,पर्यावरणविद्,यायावर साहित्यकार एवं सेवानिवृत्त प्रो. डॉ प्रभात उप्रेती का रुचिकर एवं जागरूकता से परिपूर्ण साक्षात्कार लिया गया।डॉ प्रभात उप्रेती ने अपने असीम ज्ञान के सागर से समस्त कार्यक्रम में मौजूद श्रोताओं को प्रभावित कर उनका महत्वपूर्ण ज्ञानार्जन किया।पर्यावरण चिंतक, शिक्षाविद साहित्यकार डॉ प्रभात उप्रेती जी को संस्था अध्यक्ष व महामंत्री डॉ चंद्र शेखर जोशी व पूरन विष्ट द्वारा अंग वस्त्र व सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया।

मॉडर्न युटोपियन सोसाइटी सम्मान -2024 इस वर्ष समाजसेवी एवं शिक्षाविद गीताराम बंसल जी को प्रदान किया गया। बंसल जी ने इस दौरान संस्था के कार्यों की मुक्तकंठ से प्रशंसा की।इस अवसर पर विभिन्न प्रदर्शनियों को भी लगाया गया था जिसे अतिथियों ने खूब सराहा तथा जमकर ख़रीदारी भी की । सरस्वती आर्ट क्रिएशन द्वारा खूबसूरत पेंटिग्स लगायी गई थी, श्रीमति भावना भट्ट ने उत्तराखंड की पारंपरिक चित्रकला “ऐपन” से संबंधित विभिन्न वस्तुओं के स्टॉल लगाए थे,नेहल गुप्ता द्वारा हस्तनिर्मित विभिन्न सुंदर वस्तुओं की कलाकृतियाँ लगायी गई थी,श्रीमती शिक्षा राणा द्वारा थारु जनजाति समाज की ओर से बने विभिन्न हस्तशिल्प उत्पादो को भी अतिथियों को देखने का मौक़ा मिला।इन सभी कलाकारों को मंच पर संस्था की ओर से पुरस्कृत और सम्मानित भी किया गया।कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ प्रशांत जोशी द्वारा किया गया।

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इस अवसर पर प्रदेश के साहित्यकारों की पुस्तकों की भी प्रदर्शनी लगी जिसे पाठको का अपार प्रेम भी मिला।राग-एवं फाग़ के अन्तर्गत सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही जिसमे नानकमत्ता पब्लिक स्कूल के छात्र-छात्राओं द्वारा थारु जनजाति की प्रसिद्ध होली एवं झोड़ा नृत्य का प्रदर्शन किया गया, नोज़गे पब्लिक स्कूल ट्विंकल मैम की नन्ही मुन्नी छात्राओं द्वारा कुमाऊँ लोक नृत्य तथा एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा विभिन्न रंगारंग कार्यक्रम पेश किए गए।
प्रातः क्विज़ प्रतियोगिता के निर्णायक चरण का भी आयोजन किया जिसमें डॉ चन्द्रशेखर जोशी, मनमोहन जोशी, ताजबर खत्री और नक्षत्र पांडेय ने विशेष योगदान दिया ।कार्यक्रम के अंत में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के प्रधानाचार्य कैलाश शाक्य जी ने सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया, सचिव पूरन बिष्ट ने कार्यक्रम के समापन संबोधन में संस्था के आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत की। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ ।

इस अवसर पर डॉ लता जोशी,डॉ राज सक्सेना, भुवन चंद्र जोशी, हेम पंत, दयाल पांडेय, श्रीमती शैली सिंह, पंकज भट्ट, त्रिलोचन जोशी, जी.डी.जोशी ,डॉ नरेंद्र रौतेला,डॉ सिराज अहमद, श्यामवीर सिंह, एडवोकेट शहाना ,श्रीमती स्वाति पंत,ट्विंकल दत्ता, श्रीमती दया भट्ट। जमुना अस्पताल से श्री धौनी जी भट्ट जी मौजूद रहे।

Deepak Fulera

देवभूमि उत्तराखण्ड में आप विगत 15 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। आप अपनी पत्रकारिता में बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म में जनमुद्दों पर बेबाक टिपण्णी व सक्रीयता आपकी पहचान है। मिशन पत्रकारिता आपका सर्वदा उद्देश्य रहा है।

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