देंण है जाए मां सरस्वती, मां सरस्वती देंण है जाए। ज्ञान को दीपक जलाए।
अब कुमाऊँनी में भी की जाने लगी है प्रार्थना सभा

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लोहाघाट(उत्तराखंड)- जीआईसी बापरु के छात्रों ने अपनी दुधबोली भाषा कुमाऊँनी में प्रार्थना सभा कानवाचारी प्रयास – दुधबोली भाषा में की प्रार्थना सभा का प्रारभ कर एक नई शुरुआत की। ये नवाचार सभी के लिए मंत्रमुग्ध करने वाला था। इस प्रार्थना सभा की विशेष बात यह थी कि ईश वन्दना के साथ-साथ समूह गीत, प्रतिज्ञा, आज का विचार और एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम प्रभारी प्रकाश चन्द्र उपाध्याय द्वारा प्रारम्भ की गई प्रतिदिन होने वाली कर्नाटक राज्य पर आधारित सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी के प्रश्न भी बच्चों द्वारा कुमाऊँनी भाषा में ही पूछे गए। यह प्रयास विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा प्रकाश चन्द्र उपाध्याय तथा पंचदेव पांडेय के निर्देशन में किया गया।

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प्रार्थना सभा में नित नए प्रयोग करते आ रहे विद्यालय के प्रयोगधर्मी शिक्षक उपाध्याय ने प्रार्थना सभा की प्रशंसा करते हुए कहा यह प्रयास हमारी विलुप्त होती स्थानीय भाषा को संरक्षित, संवर्धित करने के साथ ही नवीनता लिए हुए है, जिससे बच्चों में अपनी मातृभाषा के प्रति सम्मान जगेगा और भाषाई समझ विकसित होगी।

विद्यालय के प्रधानाचार्य राजेन्द्र गड़कोटी ने प्रार्थना सभा की प्रशंसा करते हुए इस नवाचारी प्रयास हेतु श्री उपाध्याय एवं पांडेय को बधाई देने के साथ ही आगे भी प्रार्थना-सभा को और अधिक रुचिकर बनाने हेतु इस प्रकार के नवाचारी प्रयोग करने हेतु प्रोत्साहित किया।

Deepak Fulera

देवभूमि उत्तराखण्ड में आप विगत 15 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। आप अपनी पत्रकारिता में बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म में जनमुद्दों पर बेबाक टिपण्णी व सक्रीयता आपकी पहचान है। मिशन पत्रकारिता आपका सर्वदा उद्देश्य रहा है।

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