खटीमा: सुरई वन रेंज में वृद्ध महिला को बाघ ने बनाया अपना निवाला, बीते 18 माह में 9 लोग बाघ का बने शिकार, यहां जंगल में जाना मतलब मौत को दावत देना

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खटीमा(उधम सिंह नगर)- खटीमा के सुरई वन रेंज में बुधवार की सुबह जंगल में घास लेने गई वृद्ध महिला को बाघ ने अपना निवाला बना लिया। बाघ द्वारा महिला पर हमले की सूचना मिलने पर सुरई वन रेंज के रेंजर राजेंद्र मनराल के निर्देश पर वन कर्मियों को टीम ने बख्तर बंद ट्रैक्टर से घटना स्थल की सघन तलाशी ली।जिस पर वन कर्मियों ने बग्गा चौवन इलाके से लगे सुरई वन रेंज के कक्ष संख्या 47ब से बाघ के हमले में मारी गई वृद्ध महिला का शव को बरामद कर लिया है। मृतक महिला की पहचान बग्गा चौवन निवासी भागुली देवी पत्नी स्व. नैन सिंह आयु 70 वर्ष के रूप में हुई है।

वही फोरेंसिक एक्सपर्ट के रूप में घटना स्थल पर ही डिप्टी रेंजर सतीश रेखाड़ी अन्य वन कर्मियों के साथ महिला के शव से बाघ के बाल व बाघ के लार्वा का स्लाइवा सैंपल ले एकत्र किया है।जिसे वन विभाग ने जांच हेतु सुरक्षित रख शव को झनकईया पुलिस टीम की मौजूदगी में पोस्टमार्टम हेतु नागरिक अस्पताल भेज दिया है।

खटीमा उप वन प्रभाग के एसडीओ संतोष पंत ने सुरई वन रेंज में वृद्ध महिला के बाघ के हमले में मौत की जहां पुष्टि की है।वही स्थानीय ग्रामीणों द्वारा लगातार वन क्षेत्रों में आवागमन से मानव वन्य जीव संघर्ष की घटनाओं के सामने आने की भी बात कही है। वन अधिकारी ने स्थानीय ग्रामीणों से वन क्षेत्र से आवागमन ना करने व वन क्षेत्र में प्रवेश ना करने की अपील की है।ताकि इस तरह की दुखद घटनाओं को रोका जा सके। उप प्रभागीय वनाधिकारी पंत ने सुरई वन रेंजर को उक्त मामले में आवश्यक कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए है।

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बाघ के हमले में बग्गा चौवन इलाके की वृद्ध महिला की मौत के बाद एक बार फिर स्थानीय जनता में दहशत का माहौल है।फिलहाल वन विभाग ने घटना स्थल के आसपास वन कर्मियों की गस्त बड़ा दिया है।सुरई वन क्षेत्र से महिला के शव को बरामद करने वाली वन विभाग की टीम में डिप्टी रेंजर सतीश चन्द्र रिखाडी ,अजमत खां वन दरोगा, चन्द्रपाल, रामेश्वर दयाल वर्मा, संजय कुमार, मुकेश कुमार, चन्द्र प्रकाश,सुखबिंदर सिंह,सतपाल सिंह, दीपक कुमार, रविन्द्र कुमार
अन्य दैनिक श्रमिक आदि मौजूद रहें।

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बाघ के हमले में बीते 18 माह में 9लोग गंवा चुके है अपनी जान,कई लोग हुए घायल

खटीमा- भारत-नेपाल व यूपी सीमा से लगे सुरई रेंज के जंगलों में पिछले 18 माह में बाघ ने हमला कर नौ लोगों को अपना निवाला बनाकर मौत के घाट उतार चुका है। बाघ ने 13 मई 2022 को झाउपरसा निवासी रोहित को शारदा डाम के पास चूका बीट मे अपना शिकार बनाया।
25 जून 2022 को शारदा डैम के किनारे घास काटने गए झाउपरसा निवासी उमाशंकर को बाघ द्वारा अपना निवाला बनाया गया।
21 सितम्बर 2022 को बग्गा चौवन निवासी दो पूर्व सैनिक उमेश सिंह व मदन सिंह पर कम्पार्टमेंट नंबर 40 के जंगल में चलती बाइक में झपट्टा मारकर गम्भीर रूप से घायल किया।
14 दिसम्बर को बाघ ने भरतपुर न्यूरिया पीलीभीत यूपी निवासी पारितोष को कक्ष संख्या 29 में हमला कर मार डाला।
28 जनवरी 2023 को ग्राम हल्दी घेरा निवासी 35 वर्षीय केवल सिंह को सुरई रेंज के कम्पार्ट संख्या 47 में हमला कर मौत के घाट उतारा गया।
13 मार्च को शौच करने गए झाउपरसा निवासी रंजीत कुमार को बाघ ने हमला कर अपना निवाला बनाकर मार डाला।
19 मार्च को यूपी सीमा से सटे गांव दाह-ढ़ाकी में खेत में गन्ना छील रहे दाह-ढाकी निवासी रमेश मंडल को बाघ ने मार दिया।
27 अगस्त को हुसैनपुर न्यूरिया निवासी हरनंदन पुत्र मूलचंद को बाघ ने सुरई रेंज के कक्ष संख्या 47 बी बीट पंचम में सींक बीनने के दौरान बाघ ने अपना शिकार बनाया।
25 अक्टूबर 2023 को बाघ ने सुरई रेंज के कक्ष संख्या 47ब में बग्घा चौवन निवासी भागुली देवी को अपना निवाला बनाकर मौत के घाट उतार दिया। इन घटनाओं के बाद बाघ के हमले से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है।

Deepak Fulera

देवभूमि उत्तराखण्ड में आप विगत 15 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। आप अपनी पत्रकारिता में बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म में जनमुद्दों पर बेबाक टिपण्णी व सक्रीयता आपकी पहचान है। मिशन पत्रकारिता आपका सर्वदा उद्देश्य रहा है।

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