प्रदेश महामंत्री कांग्रेस हरीश पनेरू ने पंतनगर विश्वविद्यालय के ठेका कर्मियों के आंदोलन को दिया समर्थन,निदेशक प्रशासन से की ठेका कर्मियों की मांगों के संदर्भ में वार्ता

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पंतनगर(किच्छा)- पंतनगर विश्वविद्यालय के डेयरी फ़ार्म में पिछले दो दिनों से सेलरी व अन्य मांगों को लेकर चल रहे ठेका कर्मियों के आंदोलन को अपना समर्थन देने प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री हरीश पनेरू धरना स्थल पर पहुँचे।साथ ही ठेका कर्मियों के आंदोलन का हरीश पनेरू ने धरना स्थल पर पहुँच समर्थन दिया।

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इस दौरान कांग्रेसी नेता पनेरू ने आंदोलन कर रहे हैं ठेका कर्मियों से बात कही जिस पर ठेका कर्मियों ने बताया कि कोरोना काल के दौरान उनके द्वारा लगातार डेरी फ़ार्म में काम किया जाता रहा है। उस टाइम विश्वविद्यालय प्रशासन ने आश्वासन दिया था कि ठेका कर्मियों को वेतन देने में वो अन्य सुविधाएँ समय से दी जाएंगी। जिसके कारण उन्होंने कोरोना काल में भी सेवाएँ दीं मगर आज विश्वविद्यालय प्रशासन न इस समय पर वेतन दे रहा है और ना ही अन्य सुविधाएं।वर्तमान में विश्वविद्यालय प्रशासन मात्र 20 दिन का वेतन दे रहा है जिससे उनके परिवार का भरण पोषण करने में परेशानी आ रही है जिस कारण उन्हें अब धरना देने को मजबूर हो रहा होना पड़ रहा है।

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जिस पर प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री हरीश पनेरू ने निदेशक प्रशासन से बात कर इस ठंड में धरना कर रहे ठेका कर्मियों की माँग को जल्द पूरा करने का निवेदन किया। साथ ही किसी भी हालत में डेयरी फ़ार्म्स के काम करने वाले ठेका कर्मियों को 20 दिन के वेतन देना उनके साथ नाइंसाफ़ी बताया। जिस पर मौक़े पर पहुँचे डीन डॉक्टर ऑनर्स जादौन द्वारा महीने की 10 तारीख़ से पहले वेतन देने एवं बाईस दिन का वेतन देने एवं छब्बीस दिन का वेतन दिलाने के लिए संबंधित अधिकारियों से बात करने का आश्वासन दिया।

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जिस पर प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री हरीश पनेरू 15 दिन की चेतावनी देते हुए पन्द्रह दिन तक कोई हड़ताल न करने का निवेदन आंदोलित ठेका कर्मियों से किया। जिस पर सारे ठेका कर्मी सहमत हो गए। वही पनेरू ने कहा कि 15 दिन बाद अगर उक्त माँग पर 26 दिन का वेतन पंतनगर विश्वविद्यालय नहीं देता है तो फिर से आंदोलन किया जाएगा जिसकी सम्पूर्ण ज़िम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी। विश्वविद्यालय प्रशासन को चाहिए कि मेहनत मज़दूरी करने वाले ठेका कर्मियों के साथ क्या इंसाफ़ हो।

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पनेरू ने इस दौरान कहा कि ठेका कर्मियों से हो रही नाइंसाफी का जवाब क्षेत्रीय विधायक को देना चाहिए। जिन्होंने पिछले दिनों आंदोलन कर रहे ठेका कर्मियों को आश्वासन दिया था कि उनको पूरे महीने का वेतन दिया जाएगा जो कि उनकी घोषणा हवाई साबित हुई है।वर्तमान प्रदेश सरकार ग़रीब मज़दूरों का उत्पीड़न करने पर तुली हुई है। जिसे किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।इस अवसर पर महेंद्र सिंह, सीता देवी माया देवी, शान्ति देवी, धनिया देवी, विनोद कुमार, पंकज कुमार, अनिता, आशा देवी, बबिता राजकुमारी, रीना, जशोदा ,रविन्द्र, विनोद कुमार, रामेश्वर ,कुलदीप कुमार, सूरज यादव, राजेश कुमार सहित सैकड़ों ठेका कर्मी धरना स्थल पर मौजूद रहे।

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